By Shivakant Shukla Last Updated:
लोकप्रिय भारतीय उद्योगपति रतन टाटा (Ratan Tata) 'टाटा संस' के अध्यक्ष और 'टाटा मोटर्स' के चैरिटेबल ट्रस्टों के प्रमुख हैं। वह 'पद्म विभूषण' (2008) और 'पद्म भूषण' (2000) जैसे सम्मान से भी सम्मानित हैं। रतन टाटा 1990 से 2012 तक टाटा समूह के अध्यक्ष थे और वह भारत के इतिहास में सबसे सम्मानित उद्योगपतियों में से एक माने जाते हैं। रतन टाटा अपने परोपकारी कार्य, विनम्र जीवन शैली से समाज को और बेहतर बनाने में हमेशा अपना योगदान देते हैं। उन्होंने राष्ट्र को बेहतर बनाने के लिए अपने कार्य से समय-समय पर नई पीढ़ी को इंस्पायर किया है।
84 साल की उम्र में भी रतन टाटा अपने सार्वजनिक कार्यक्रमों से समाज को शिक्षित करना जारी रखे हुए हैं। अभी तक रतन टाटा का नाम किसी भी प्रकार की विवादित खबरों में नहीं आया है। हालांकि, साल 2011 में जब रतन टाटा ने बिजनेसमैन मुकेश अंबानी की लग्जरी लाइफस्टाइल पर अपने विचार व्यक्त किए थे, जो 15,000 करोड़ रुपए के एक शानदार घर में रह रहे हैं। उस पर काफी बवाल हुआ था।
जानें किस वजह से आज तक कुवांरे हैं रतन टाटा, इनकी लव लाइफ के बारे में विस्तार से जानने के लिए पढ़ें ये स्टोरी
यह बात मई 2011 की है, जब 'द टाइम्स' के साथ एक इंटरव्यू में भारतीय बिजनेस टाइकून रतन टाटा ने मुकेश अंबानी की फैंसी लाइफस्टाइल के बारे में बात की थी। उस समय रतन टाटा को मुकेश अंबानी के 27 मंजिला स्काइक्रेपर इमारत में रहने के बारे में अपने विचार व्यक्त करने के लिए कहा गया था, इस घर की कीमत 15,000 करोड़ रुपए है। इस सवाल का जवाब देते हुए रतन टाटा जो एक मामूली लाइफस्टाइल में रहना पसंद करते हैं, उन्होंने कहा था कि भारत में आय असमानता किसी से छिपी नहीं है। उन्होंने यह भी कहा था कि देश को अमीर लोगों की जरूरत है, ताकि वे अपने विशाल धन का एक छोटा हिस्सा देश के विकास के लिए आवंटित कर सकें, जो गरीब लोगों के लिए मददगार होगा।
जब रतन टाटा ने आय असमानता को लेकर ऐसा कमेंट किया, तो यह खबर मीडिया में काफी चर्चा का विषय बन गई थी। उस समय बहुत सी न्यूज रिपोर्ट्स ने यह दावा किया था कि रतन टाटा ने मुकेश अंबानी को समाज को पैसे ना देने को लेकर यह कमेंट किया है। कई रिपोर्ट्स में यह भी कहा गया था कि रतन टाटा को मुकेश अंबानी की तरक्की और उनके घर 'एंटीलिया' से जलन होती है। हालांकि, इस विवाद के दौरान रतन टाटा को उनके इस बयान के लिए लोगों से खूब वाहवाही और सकारात्मक प्रतिक्रिया मिली थीं कि अमीर भारतीय करोड़पति समाज के विभिन्न वर्गों और गरीबों की मदद करने के लिए पर्याप्त कार्य नहीं कर रहे हैं।
मुकेश अंबानी से रतन टाटा तक, ये अरबपति करते हैं निजी जेट और यॉट की सवारी। इनके बारे में जानने के लिए यहां क्लिक करें।
हालांकि, जब मीडिया में चीजें गंभीर होने लगी थीं, तो 'टाटा संस' के एक प्रवक्ता ने आगे आकर कहा था कि भारतीय मीडिया ने रतन टाटा के कमेंट को सनसनीखेज बना दिया है। प्रवक्ता ने समझाया था कि रतन टाटा का बयान मुकेश अंबानी या उनके घर 'एंटीलिया' के बारे में नहीं था।
कुछ समय बाद विवाद शांत हो गया, लेकिन मीडिया और नेटिज़न्स में कई रिपोर्टों ने सुझाव दिया था कि रतन टाटा द्वारा मुकेश अंबानी की फैंसी लाइफस्टाइल और उनके घर एंटीलिया पर 15,000 करोड़ रुपए खर्च करने के लिए यह एक मास्टरस्ट्रोक था। भारतीय अरबपति मुकेश अंबानी द्वारा धन के बड़े पैमाने पर खर्च किए जाने पर प्रतिक्रिया देने के लिए नेटिज़न्स ने रतन टाटा की सराहना की थी। साथ ही, लोकप्रिय फिल्म निर्देशक प्रकाश झा और भारतीय इतिहासकार रामचंद्र गुहा ने इतनी महंगी संपत्ति के निर्माण के लिए मुकेश अंबानी की आलोचना की थी। हालांकि, इस बात से इनकार नहीं किया जा सकता है कि कई लोग मुकेश अंबानी के पक्ष में थे और उन्होंने उनकी मेहनत की कमाई से अपने सपनों को पूरा करने के लिए अरबपति की सराहना की थी।
साल 2011 में 'एंटीलिया' में शिफ्ट होने से पहले मुकेश अंबानी और उनकी पत्नी व बच्चे मुकेश अंबानी के भाई अनिल अंबानी, उनकी पत्नी टीना अंबानी और उनके बच्चों जय अनमोल अंबानी व जय अंशुल अंबानी के साथ रहते थे। दोनों भाइयों ने उस दौरान मुंबई शहर की सबसे महंगी संपत्तियों में से एक पूरी 'सी विंड बिल्डिंग' खरीदी थी। 17-मंजिला इमारत कफ परेड क्षेत्र में मुंबई शहर के सबसे दक्षिणी सिरे पर स्थित है। यह वही घर है, जिसे स्वर्गीय धीरूभाई अंबानी ने अपने ज्यादातर इंटरव्यू में 'घर' कहा था।
भारतीय अरबपतियों द्वारा राष्ट्र के लिए पर्याप्त कार्य नहीं करने के बारे में रतन टाटा के कमेंट पर आपके क्या विचार हैं? हमें जरूर बताएं।